ऑफिस के एक साथी ने कल मोबाइल पर मैसेज दिया था एक - मां को बेटी के कमरे से कंडोम मिलता है, गुस्से में वो सीधे बेटी के पास जाती है और कहती है वाट इज दिस.... तब लड़की बोलती है तो आप क्या चाहती हैं मॉम...मैं इस उम्र में मां बन जाऊं। वैसे यह मैसेज मुझे 1 साल पहले मिल गया था तब मैंने कुछ ज्यादा नहीं सोचा था इस बारे में, लेकिन अब सोचता हूं उस नाबालिग लड़की को सैक्स से आपçत्त नहीं थी उसे सिर्फ उस उम्र में मां बनने से प्रॉब्लम थी अब बात आगे बढ़ाता हूं आज मैंने फिल्म देखी सतीश कौशिश की तेरे संग-टीएनएजर की लव स्टोरी,।!!!!!!!!!! टीनएजर की लव स्टोरी इस फिल्म का टैग है जिससे यह पता चलता है कि लव किसी उम्र को नहीं देखता है बस हो जाता है यह फिल्म एक 15 साल की लड़की और 18 साल के लड़के की है जो स्कूल में पढ़ते हैं प्यार होता है और सैक्स भी करते हैं वो .......ऑटर दैन वो पे्रगनेंट हो जाती है। जिसका पता लड़की के पिता को चलता है तो वह लड़के पर केस करता है तो लड़की कहती है नहीं डैड उसमें उसकी गलती नहीं थी मैंने ही उसे सैक्स के लिए उžोजित किया था ....यह लाइन मुझे बार बार झकोझरती है क्योंकि शाायद आप मानें या ना मानें मेरा एक दोस्त है रानू (परिवर्तित नाम) जो कि मेरी उम्र का है। रानू ने एक प्राइवेट स्क्ूल में पढ़ने वाली लड़की जो 10वीं क्लास में है उसके साथ उसका अफेयर चल रहा है दोनों प्यार की बातें करते थे। दो महीने साथ घूमे ....बाद में एक बार मेरे फंे्रंड ने उसे किस किया और मजाक में ब्लू फिल्म दिखाई जो उस लड़की को बहुत पसंद आई। बाद में हर डेटिंग पर वह लड़की प्यार की बातें कम सैक्स की बातें ज्यादा करती थीं और एक दिन उसने रानू को कहा कि वो भी सैक्स करना चाहती है जैसे उस मूवी में करते हैं रानू एक बार तो शॉक हुआ पर वो भी यही चाहता था और आगे जो हुआ वो बताने के लिए नहीं है लेकिन बस यही बताना चाहता हूं कि वो लड़की रानू को मिलने के लिए किसी भी हद तक गुजरती है वो रानू को अपने घर तक बुला लेती है जब उसके पेरेंट्स नहीं होते हैं। इससे आज की जनरेशन का पता चलता है कि सिर्फ 10वीं क्लास की स्टूडेंट्स सैक्स के लिए कितनी के्रजी और एडिक्ट हो गई थी.... एक बात और बताना चाहूंगा बाद में रानू ने उससे पूछा था तब उसने बताया था वह पहले भी एक ट़्यूशन टीचर के साथ सैक्स कर चुकी थी। अब वो लड़की 12वीं में है। ये सिर्फ एक दृश्य नहीं है मेरे कजिन भाई के पास कल उसके फò्रेंड का फोन आया और उसने कहा कि वह एक लड़की के साथ है। वो भी मानसरोवर में निजी स्कूल में 12वीं में पढ़ती है लउ़की कहती है अपने बॉयफ्र्रंेड को की उसे अब किस करने में मजा नहीं आता है। प्लीज और कुछ करो लेकिन वह लड़का उससे एक साल ही सीनियर था तो स्वाभाविक रूप से ज्यादा जानता नहीं था, मेरे भाई से पूछता है कि क्वभाई यार कुछ तरीका बता नां..... आप समझ रहे हैं ना...वो क्या तरीका पूछ रहा था। वैसे आप को बताऊं मैं थोड़ा नेट फ्रंैडली हूं हमेशा नेट पर रहता ही हूं चाहे चैटिंग करूं या नहीं करूं लेकिन ऑनलाइन रहता ही हूं इसी तरह कई मेरी 10 से 12वीं की क्लास की गल्र्स दोस्त है सिर्फ कभी कभी उनसे हाय-हैलो हो जाता है लेकिन बातों बातों में मुझे पता चल गया है कि उन सभी के बॉयफ्रेंड है या जिनके नहीं है वो अच्छा लाइफ पार्टनर ढूंढ रही हैं। और ज्यादातर गल्र्स बताती है कि उनकी क्लास में ज्यादातर गल्र्स के बॉयफ्रेंड है ये कोई नई बात नहीं है मेरा बॉयफ्रंेै ड है।
ये तो ऐसी घटना है अभी स्टार प्लस पर चल रहा प्रोग्राम सच का सामना में इस तरह के कई पर्सनल लाइफ के प्रश्न होस्ट द्वारा पूछे जाते हैं जो लोग पैसोें की खातिर सच बता देते हैं उसी प्रोग्राम में टीवी की फेमस एक्टे्रस कोमालिका के नाम से फेमस उर्वशी ढोलकिया आई थी जिससे होस्ट ने प्रश्न पूछा था कि क्वआपको कॉलेज से इसलिए निकाला गया था क्योंकि आप पे्रग्नेंट थीं तब उर्वशी कहतीं हैं कि क्वनहीं मैं पे्रग्नेट थी लेकिन मुझे निकाला नहीं गया था मैंने ही कॉलेज छोड़ा था, क्योंकि मैं उस बच्चे को कैरी करना चाहती थीं और ये समाज शायद मुझे कैरी करने देता नहीं क्योंकि मैं अविवाहित थी। उस समय उर्वशी की मां सामने बैठी थी, लेकिन यह çझझकी नहीं और बोली मैंने एंजॉय किया था जिसकी सजा मुझे बच्चे के रूप में मिली लेकिन मैं उसे कैरी करना बहुत जरूरी समझती थी... आखिर उस बच्चे को क्यों सजा मिले, मेरे एंजॉयमेंट की।ं इससे सिर्फ यह सोचता हूं कि मैं आज तेरे संग में उन स्टूडेंट्स ने प्यार किया या नहीं किया वो अलग बात है लेकिन उन्हें सैक्स की जिज्ञासा थी जिसे उन्हें पूरा करने में बहुत एंजॉय मिला और उन्होंने इससे पीछे नहीं भागे और हीरोइन के पे्रग्नेट होने के बाद वे दोनों घर से भाग गए और बच्चे को अबॉर्शन नहीं कराके उसे इस समाज में लाने के लिए नई लाइफ शुरू की ।
Comments
fir samay ko dekh kar bhi to chalna chahiye na
lage raho apko bhi milegi